माँ-बाप का प्यार और दुनिया की सच्चाई.Parents' love and the truth of the world

❤️ पिता का प्यार – एक दिल छू लेने वाली हिंदी कहानी

(A Father's Love – Hindi Moral Story)

एक किसान और उसकी पत्नी बहुत मुश्किलों से अपनी जिंदगी जी रहे थे। वे दोनों मेहनती थे और चाहते थे कि उनका बेटा एक दिन बड़ा आदमी बने, ताकि जिस कठिनाई से वे गुज़र रहे हैं, वैसी कठिनाई उनके बेटे को कभी न सहनी पड़े।

माँ-बाप का प्यार और दुनिया की सच्चाई.Parents' love and the truth of the world
 माँ-बाप का प्यार और दुनिया की सच्चाई.Parents' love and the truth of the world


📚 शिक्षा की ओर पहला कदम

उनका बेटा गाँव के स्कूल में पढ़ता था जहाँ दसवीं कक्षा तक ही पढ़ाई होती थी। जब बेटा दसवीं पास कर गया, तो किसान ने ठान लिया कि उसका बेटा आगे की पढ़ाई बड़े शहर में करेगा।


बेशक पढ़ाई का खर्च बहुत ज़्यादा था, लेकिन किसान ने हार नहीं मानी।
उसने दिन-रात मेहनत की और जैसे-जैसे साल बीते, बेटे ने भी पढ़ाई में मेहनत की और अंततः उसे एक अच्छी नौकरी मिल गई।


जब किसान को यह खुशखबरी मिली, तो वह फूले नहीं समाया।

🏙️ शहर बुलावा

कुछ समय बाद बेटे ने अपने माता-पिता को फोन कर के शहर बुला लिया।
जब किसान और उसकी पत्नी शहर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि बेटे के साथ एक लड़की भी रह रही है।

किसान ने बेटे से पूछा:

"बेटा, ये लड़की कौन है?"

बेटा बोला:

"पिताजी, यह आपकी बहू है। मैंने शादी कर ली है। अब आप दोनों को हमारे साथ ही रहना होगा।"


किसान को थोड़ी हैरानी हुई, पर वह खुश था कि उसका बेटा अब अपना घर बसा चुका है।


💸 त्याग और धोखा

एक दिन बेटे ने अपने पिता से कहा:

"पिताजी, गांव का घर और ज़मीन बेच दीजिए। हम एक नया बड़ा घर लेने वाले हैं।"

पिता ने अपने बेटे पर भरोसा किया और अपनी सारी संपत्ति बेचकर जो पैसा मिला, वह बेटे को दे दिया।
बेटे ने एक बड़ा घर खरीद लिया। लेकिन कुछ समय बाद ही घर का माहौल बदल गया।

बहू का बर्ताव

बहू ने धीरे-धीरे सास-ससुर को तंग करना शुरू कर दिया।
एक दिन वह अपने पति से बोली:

"अब इन बुजुर्गों को घर से निकाल दो।"

बेटा बोला:

"वो इस उम्र में कहाँ जाएंगे?"

पत्नी ने कहा:

"उन्हें वृद्धाश्रम छोड़ आओ।"

बेटा मजबूरी में अगले दिन अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम छोड़ आया।

🕊️ भावनात्मक मोड़


जैसे ही बेटा वृद्धाश्रम से लौट रहा था, उसने देखा कि वहाँ का मालिक उसके माता-पिता से बहुत सम्मान और प्रेम से बात कर रहा है।

बेटे को आश्चर्य हुआ। उसने वृद्धाश्रम के मालिक से पूछा:

"क्या आप मेरे माता-पिता को जानते हैं?"

वृद्धाश्रम का मालिक बोला:

"हाँ, बहुत अच्छी तरह। 25 साल पहले इन दोनों ने एक अनाथ बच्चे को गोद लिया था। उनका कोई अपना बच्चा नहीं था।"

 

यह सुनकर बेटे के पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
उसे समझ आ गया कि वह गोद लिया हुआ बेटा है और जिन लोगों को उसने ठुकरा दिया, वही उसके असली पालनहार हैं।

🙏 पश्चाताप

बेटा अपने माता-पिता से माफ़ी माँगता है और उन्हें वापस अपने घर ले आता है।
वह फैसला करता है कि अब वह अपने माता-पिता की सेवा करेगा और उन्हें कभी भी अकेला नहीं छोड़ेगा।


🧠 सीख – Moral of the Story:

माता-पिता भगवान का रूप होते हैं। जिन्होंने हमें जीवन दिया, हमें पाल-पोस कर बड़ा किया, उनका साथ कभी मत छोड़ो – चाहे हालात जैसे भी हों।

 

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