ईमानदारी का फल । fruit of honesty

🌟 ईमानदारी का फल – एक प्रेरणादायक हिंदी कहानी

(Fruit of Honesty – Hindi Moral Story)

दो व्यक्ति, रमन और अमन, एक साथ रहते थे और दोनों मजदूरी का काम करते थे।
रमन एक ईमानदार और नेकदिल इंसान था। वह हर काम पूरी मेहनत और ईमानदारी से करता था। दूसरी ओर, अमन चालाक और अवसरवादी स्वभाव का व्यक्ति था।

ईमानदारी का फल । fruit of honesty
ईमानदारी का फल । fruit of honesty

📌 एक दिन की घटना

एक दिन अमन जब काम से लौट रहा था, तभी उसकी नजर रास्ते में गिरे हुए एक पर्स पर पड़ी। वह व्यक्ति, जिसका पर्स गिरा था, वहीं आसपास था लेकिन उसे अंदाज़ा नहीं था कि उसका पर्स गिर चुका है।

अमन वहीं रुककर उस व्यक्ति के जाने का इंतजार करता रहा। जैसे ही वह व्यक्ति वहाँ से गया, अमन ने चुपके से पर्स उठा लिया और अपने घर ले आया।
पर्स में बहुत सारा पैसा था।

जब रमन ने पूछा,

"इतने पैसे कहाँ से आए अमन?"

अमन ने हँसते हुए जवाब दिया,

"किसी का पर्स गिरा हुआ मिला था, मैंने उठा लिया।"

रमन ने सलाह दी,

"तुम्हें यह पर्स उसके मालिक को लौटा देना चाहिए, यह गलत है।"

लेकिन अमन ने कहा,

"ईमानदारी का ज़माना अब नहीं रहा, रमन!"

🕰️ समय बीतता गया

अगले दिन रमन काम पर जाने के लिए तैयार हो रहा था। उसने अमन से कहा:

"चलो काम पर देर हो रही है।"

अमन बोला:

"अब मैं एक महीने तक काम पर नहीं जाऊँगा। मेरे पास इतने पैसे हैं कि मैं आराम से खा-पीकर रह सकता हूँ।"

रमन ने कुछ नहीं कहा और रोज़ की तरह अपने काम पर निकल गया।

🙏 रमन को मिला एक पर्स

कुछ दिन बाद, रमन को भी रास्ते में एक पर्स मिला जिसमें काफी पैसा था।
लेकिन रमन ने सोचा:

"जिसका भी यह पर्स होगा, वह जरूर बहुत परेशान होगा। इस पैसे को कमाने में उसने कितनी मेहनत की होगी!"

रमन ने पर्स को ध्यान से देखा। उसमें एक आईडी कार्ड था जिस पर उस व्यक्ति का नाम और पता लिखा था।
रमन उसी पते पर पहुँच गया। वह घर बहुत बड़ा और सुंदर था। बाहर एक सिक्योरिटी गार्ड खड़ा था।

रमन ने गार्ड से कहा,

"आपके मालिक का पर्स मिला है, मैं लौटाने आया हूँ।"

गार्ड ने अंदर फोन किया और थोड़ी देर में रमन को अंदर बुलाया गया।

🎁 ईमानदारी का इनाम

रमन ने पर्स उस व्यक्ति को सौंप दिया। वह व्यक्ति आश्चर्यचकित रह गया और बोला:

"तुमने इसे अपने पास क्यों नहीं रखा?"

रमन ने विनम्रता से कहा:

"क्योंकि इस पैसों पर मेरा कोई हक नहीं है।"

वह व्यक्ति बहुत प्रभावित हुआ और पूछा:

"तुम क्या करते हो?"

रमन बोला:

"मैं मजदूरी करता हूँ।"

तब वह व्यक्ति बोला:

"क्या तुम मेरे घर पर काम करना चाहोगे? मैं तुम्हारे लिए एक अच्छी नौकरी और रहने की व्यवस्था कर सकता हूँ।"

रमन खुशी-खुशी तैयार हो गया। अगले दिन वह व्यक्ति खुद कार लेकर रमन को लेने उसके घर आया।

😲 अमन की हैरानी

जब अमन ने उस अमीर व्यक्ति को अपने घर आते देखा, तो वह दंग रह गया। क्योंकि यह वही व्यक्ति था जिसका पर्स उसने चोरी से उठाया था।

अमन ने वह पैसे मौज-मस्ती में उड़ा दिए थे। लेकिन रमन को जो पर्स मिला, उसने ईमानदारी से लौटा दिया और बदले में उसे एक बेहतर जीवन मिल गया।

🧠 कहानी से सीख:

"ईमानदारी का फल देर से मिलता है, लेकिन जब मिलता है तो जीवन बदल देता है।"

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