जादुई मछली की कहानी । magic fish story

 

जादुई मछली की कहानी । magic fish story

जादुई मछली की कहानी । magic fish story
Moral Story


एक मछुआरा मछली पकड़ने एक बड़ी नदी के पास जाता है। वह नदी बहुत बड़ा था। मछुआरा अपना जाल नदी में फेकता है। उस जाल में बहुत सारा मछली फस जाता है। उसी जाल में एक जादुई मछली फस जाती है। वह मछली बोलती है मुझे आजाद करो मुझे क्यों पकड़े हो मछुआरा आवाज सुनकर चौक जाता है। और वह बोलता है। कौन मुझसे बातें कर रहा है जादुई मछली बोलती है। तुम इधर-उधर कहां देख रहे हो मैं तुम्हारे सामने हूं। मछुआरा का ध्यान उस जादुई मछली पर जाता है। मछुआरा पूछता है तुम कैसे बोल सकती हो जादुई मछली बोलती है। मैं कोई साधारण मछली नहीं हूं। मैं एक जादुई मछली हूं। तुम मुझे आजाद कर दो मछुआरा बोलता है मैं एक गरीब आदमी हूं। मैं मछली बेचकर पैसा कमाता हूं। जादुई मछली बोलती है ठीक है। मैं तुम्हें गरीब से अमीर इंसान बना दूंगी। लेकिन तुम्हें मुझे आजाद करना होगा मछुआरा बोलता है। तुम मुझे कैसे अमीर आदमी बना सकती हो जादुई मछली बोलती है।


मैं तुम्हें एक मंत्र सिखाती हूं। इस मंत्र का उच्चारण तुम आंख बंद करके तीन बार करोगे तो तुम्हारे सामने जो वस्तु होगा वह सोना में बदल जाएगा। मछुआरा जादुई मछली को आजाद कर देता है। और अपने घर जाता है। मछुआरा अपने सामने लोहे का एक बाल्टी रखता है। और 3 बार मंत्र का उच्चारण करता है कुछ देर बाद वह लोहे का बाल्टी सोने में बदल जाता है। मछुआरा बहुत खुश हो जाता है। और वह अपनी पत्नी को बुलाता है मछुआरा की पत्नी पूछती है। यह क्या है मछुआरा बोलता है। यह एक सोने का बाल्टी है। मछुआरे की पत्नी पूछती है। यह तुम्हें किसने दिया मछुआरा बोलता है। मुझे एक जादुई मछली ने मंत्र सिखाया है। अगर मैं उस मंत्र का जाप 3 बार करूंगा तो मेरे सामने जो वस्तु होगा वह सोने में बदल जाएगा। मछुआरा की पत्नी बहुत खुश हो जाती है। मछुआरा कुछ ही दिनों में वह बहुत अमीर हो गया मछुआरा प्रत्येक दिन अपने सामने कोई वस्तु रखता और उसे सोने में बदल देता।


एक दिन मछुआरा अपने सामने एक वस्तु को रखकर मंत्र का उच्चारण कर रहा था। तभी मछुआरा की 7 साल की बेटी वहां आ जाती है। और वह उस वस्तु को हटा देती है। और उस वस्तु के सामने खड़ा हो जाती है। मछुआरा 3 बार मंत्र का उच्चारण करके आंखें खोलता है। तो वह हैरान हो जाता है। मछुआरा बोलता है। बेटी तुम यहां कैसे आ गई मछुआरा रोने लगता है। रोने की आवाज सुनकर मछुआरे की पत्नी आ जाती है। मछुआरे की पत्नी जब अपनी बेटी को देखती है। तो वह हैरान हो जाती है। और बोलती है, तुमने अपनी बेटी को ही सोने में बदल दिया मछुआरा बोलता है। मैंने जानबूझ कर ऐसा नहीं किया है। मैं आंख बंद करके मंत्र का उच्चारण कर रहा था। मुझे नहीं पता चला मेरी बेटी मेरे सामने खड़ी है। मछुआरा की पत्नी पूछती है। अब मेरी बेटी अपने रूप में कैसे आएगी। मछुआरा बोलता है, एक रास्ता है। मुझे जादुई मछली के पास जाना होगा। वही हमारी समस्या का समाधान करेगी मछुआरा नदी के पास जाता है। और जादुई मछली को आवाज लगाता है। आवाज सुनकर जादुई मछली आती है। और पूछती है, क्या हुआ तुम मुझे क्यों पुकार रहे हो मछुआरा अपनी सारी समस्या उस जादुई मछली को बताता है। जादुई मछली बोलती है।


एक रास्ता है, मछुआरा पूछता है। कौन सा रास्ता जादुई मछली बोलती है। मैं तुम्हें एक मंत्र सिखाती हूं। इस मंत्र का उच्चारण तुम तीन बार करोगे तो तुम्हारी बेटी अपनी असली रूप में आ जाएगी। मछुआरा पूछता है। कौन सा मंत्र जादुई मछली बोलती है। लेकिन तुम इस मंत्र का उच्चारण करोगे तो जो मैंने पहले मंत्र सिखाया है। उस मंत्र की शक्ति समाप्त हो जाएगी। मछुआरा बोलता है, मुझे मेरी बेटी चाहिए जादुई मछली उस मछुआरा को मंत्र सिखा देती है। वह मछुआरा अपने घर आता है। और 3 बार मंत्र का उच्चारण करता है। कुछ देर बाद मछुआरे की बेटी अपने असली रूप में आ गई मछुआरा बहुत खुश हो गया। मछुआरा अपनी बेटी से पूछता है। बेटी तुम यहां पर कैसे आ गई थी। मछुआरे की बेटी बोलती है। पिता जी हम लोगों को किसी चीज की कमी नहीं थी। लेकिन आप अपनी जादुई मंत्र का उच्चारण लालच के लिए कर रहे थे। जबकि लालच करना अच्छी बात नहीं है। मछुआरा को अपनी गलती का एहसास होता है। और अपनी बेटी को बोलता है। मुझे माफ कर दो बेटी मैं सही गलत सब भूल गया था।




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