Majburi mein Chori karna Hindi story। मजबूरी में चोरी करना हिंदी स्टोरी
विजय नाम का एक व्यक्ति जो मजदूरी का काम करता था विजय के परिवार में उसकी पत्नी और एक लड़का और एक लड़की थी विजय मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का गुजारा करता था लेकिन कभी-कभी विजय को काम नहीं मिलता था। जिस कारण से उसे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था एक बार ऐसा समय आया जब विजय को 20 दिनों तक कहीं काम नहीं मिला विजय के घर में राशन भी समाप्त हो गया था उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। अपने पत्नी और अपने बच्चों को कैसे खाना खिलाए उस दिन तो सभी लोग भूखे सो गए जब अगले सुबह हुआ तो विजय अपनी पत्नी को बोलता है। मैं काम की तलाश में जा रहा हूं और कैसे भी करके
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राशन लाकर रहूंगा यह बोलकर विजय घर से निकल जाता है। सभी जगह काम मांगता है लेकिन उसे कहीं काम नहीं मिला देखते देखते शाम हो गया विजय बहुत उदास हो क्या और वह सोचने लगा मैं कैसे घर खाली हाथ चल जाऊं मेरी पत्नी और बच्चे उम्मीद लगाए होंगे मैं उनके लिए राशन लेकर आऊंगा लेकिन मुझे तो आज भी कहीं काम नहीं मिला बिना पैसों का कोई भी राशन नहीं देगा शाम से रात होने लगी विजय को कुछ समझ में नहीं आ रहा था वह क्या करें तभी विजय ने सोचा मुझे अपनी पत्नी और बच्चों के लिए चोरी करना होगा जब काफी रात हो गई तब विजय ने एक राशन की दुकान में ऊपर से नीचे घुस गया विजय उस दुकान से राशन चोरी करके दुकान से जैसे बाहर निकला तभी एक व्यक्ति ने विजय को देख लिया वह व्यक्ति जोर-जोर से चिल्लाने लगा चोर चोर आवाज सुनकर कुछ व्यक्ति वहां और आ गए विजय बहुत डर गया सभी व्यक्ति विजय को पकड़ लिया और विजय को
मारने लगे और पूछने लगे तुम कितने दिनों से चोरी कर रहा है विजय बोलने लगा मुझे माफ कर दीजिए मैंने पहली बार चोरी किया क्योंकि मेरी पत्नी और बच्चे भूखे हैं मैंने अपने पत्नी को बोला मैं आज राशन लेकर आऊंगा लेकिन मुझे कहीं कोई काम नहीं मिला और ना ही मेरे पास पैसे हैं। इसलिए मैंने चोरी किया वह सभी व्यक्ति विजय की बात पर विश्वास नहीं कर रहे थे उन लोगों को लग रहा था विजय झूठ बोल रहा था सभी व्यक्तियों ने विजय को फिर मारने लगे विजय बोल रहा था मुझे मत मारो अब से मैं चोरी नहीं करूंगा लेकिन कोई उसकी बात नहीं मान रहा था सभी व्यक्तियों ने बोला इसे बांध दो कल इसे नंगा करके छोड़ दूंगा और सभी व्यक्ति विजय को रस्सी से बांध दिए इधर विजय की पत्नी अपने पति का इंतजार कर रही थी क्योंकि रात बहुत हो गई थी बच्चे अपनी मां को बोल रहे थे मां भूख लगी है कुछ खाने को दो। विजय की पत्नी अपने बच्चों को बोलती है बेटा तुम्हारे पिताजी राशन लाने गए हैं उन्हें राशन लेकर आने दो मैं तुम्हें खाना बनाकर खिला दूंगी रात से सुबह हो गई विजय नहीं आया
उसकी पत्नी रात भर इंतजार करती रही। इधर विजय को भी सभी लोग बांध कर रखे थे। जब सुबह हुआ तो बहुत से लोग पूछने लगे इसे बांध के क्यों रखा है। वहां के लोगों ने बोला रात में यह यहां चोरी करने आया था तब मैंने इसे देख लिया और रस्सी से बांधकर रखा है कि पता चले चोरी करने का सजा क्या होता है वहां पर जितने भी व्यक्ति थे। सभी ने बोला इसे और मारो फिर क्या था सभी लोग विजय को मारने लगे कुछ लोग बोलने लगे इसे नंगा करके मारो तब जाकर यह चोरी करना छोड़ेगा सभी व्यक्ति मिलकर विजय के कपड़े उतार देते हैं। और मारने लगते हैं विजय को कुछ समझ में नहीं आ रहा था उसके साथ क्या हो रहा है सभी लोग मरने के बाद बोले जाओ यहां से नंगा विजय वहां से भागने लगा और भागते भागते एक तालाब में कूद कर अपनी जान दे दिया इधर विजय की पत्नी चिंता करने लगी उसका पति अभी तक घर क्यों नहीं आया विजय की पत्नी अपने पति के तलाश में घर से निकल आती है बहुत दूर जाने के बाद उसे पता चलता है कोई तालाब में कूद कर आत्महत्या कर लिया है। विजय की पत्नी उस तालाब के पास जाती है पता लगाने वह व्यक्ति कौन है। जब विजय की पत्नी तालाब के पास पहुंचती है। तो देखती है। वह इंसान और कोई नहीं उसका पति था
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विजय की पत्नी रोने लगती है और आसपास के लोगों से पूछती है मेरे पति तलाब में कूदकर क्यों अपनी जान दिए तभी एक व्यक्ति ने विजय की पत्नी को बताया कल रात में यह इंसान चोरी करने आया था वहां के लोगों ने इसे पकड़ लिया और उसे बहुत मारा और नंगा करके भगा दिया विजय की पत्नी उस व्यक्ति को बोलती है क्या तुम मुझे उस जगह पर ले जाओगे वह इंसान तैयार हो जाता है विजय की पत्नी आसपास दिखती है तभी उसकी नजर एक थैले पर पड़ती है उस थैले को वहां लेकर आती है और विजय को उस थैले में रखकर जाने लगती है जो इंसान विजय की पत्नी के साथ था। उस जगह पहुंचा देता है। वहां विजय को सभी लोग मार कर नंगा करके भगा दिया था। विजय की पत्नी जोर जोर से चिल्लाने लगती है। सभी लोगों का ध्यान विजय की पत्नी पर चला जाता है वहां के लोगों ने देखा कि जिस इंसान ने चोरी किया था उसे अपने साथ लेकर आई है। वहां पर कुछ लोग आ जाते हैं और बोलते हैं तुम क्यों चिल्ला रही हो विजय की पत्नी बोलती है। कल मेरे पति ने यहां चोरी करते हुए पकड़ा गए थे और सभी
लोग ने उसे बहुत मारा और नंगा करके भगा दिया वहां के लोग विजय की पत्नी को बोलते हैं हां हम लोग ही हैं जो उस चोर को मारे और नंगा किए थे तभी एक व्यक्ति बोलता है इस से लेकर चली जाओ वरना और मारेंगे विजय की पत्नी बोलती है मरे हुए को क्या मारोगे यह बात सुनकर सभी लोग हैरान हो जाते हैं विजय की पत्नी बोलती है तुम लोग इंसान कहलाने के लायक नहीं हो तुम लोगों के अंदर इंसानियत खत्म हो गई है जब कोई इंसान चोरी करता है तो उसकी कोई ना कोई मजबूरी जरूर होता है उस चोर को मारने और नंगा करने का तुम्हे कोई अधिकार नहीं है अगर कोई इंसान चोरी करता है तो उसे पूछना चाहिए और उस इंसान की मदद करना चाहिए और उसे समझाना चाहिए चोरी करना गलत काम है लेकिन तुम लोगों ने क्या किया वह व्यक्ति को मारा और नंगा करके भगा दिया जब किसी इंसान की इज्जत चली जाती है तो वह इंसान अपनी जान दे देता है। आज तुम लोगों की वजह से मेरे पति
की मृत्यु हुई है। हम लोगों ने 2 दिनों से खाना नहीं खाया मेरे पति खाने की तलाश में घर से निकले थे बदले में क्या मिला मौत उन लोगों को अपनी गलती पर पछतावा महसूस हो रहा था। उनकी गलती के कारण विजय की मौत हो गया वहां के लोग ने विजय की पत्नी से माफी मांगी विजय की पत्नी बोली माफी मांगने से मेरे पति जिंदा नहीं हो जाएंगे मुझे एक वचन दीजिए अगर कोई इंसान चोरी करते हुए पकड़ा जाता है। तो आप सब उस इंसान को नहीं मारेंगे और ना नंगा करें वहां के सभी लोग विजय की पत्नी को वचन देते हैं विजय की पत्नी आसपास देखती है। तभी उसकी ध्यान एक चाकू पर पड़ती है। विजय की पत्नी उस चाकू को उठाती है। और उस चाकू से अपने पेट पर वार कर लेती है। जैसे ही विजय की पत्नी चाकू अपने पेट में मारती है वहां के सभी लोग यह देख कर हैरान हो जाते हैं और पूछने लगते हैं तुमने ऐसा क्यों किया विजय की पत्नी बोलती है। जब मेरे पति जिंदा नहीं रहे तो मैं जिंदा रह कर क्या करूंगी लेकिन मेरा आप लोग मेरा एक काम करेंगे वहां के लोग बोलते हैं। हां बोलो क्या करना है। जरूर करेंगे विजय की पत्नी बोलती है। मेरे बच्चे 2 दिन से भूखे हैं। आप लोग उसे खाना खिला देना अगर आपने मेरा काम कर दिया तो समझो कि मैंने आप सभी को माफ कर दिया। यह शब्द बोल कर विजय की पत्नी की मृत्यु हो जाती है यह सब सुनकर सभी के आंखों में आंसू आ जाते हैं।