story of parrot boy in Hindi। तोतले लड़के की कहानी
विराट नाम का लड़का जो बचपन से तोतलाता था। विराट जब तोतला कर किसी से बात करता तो विराट का सभी लोग मजाक बना देते थे। विराट जब स्कूल गया तो उस स्कूल के बच्चे भी विराट का मजाक उड़ाते थे। विराट को बहुत बुरा लगता था। जिस कारण से विराट सभी से कम बातें करने लगा। लेकिन विराट के क्लास कुछ बच्चे एसे भी थे। जो विराट कुछ बोलने को बोलते थे। जब विराट तोतला के बोलता तो सभी बच्चे हंसने लगते हैं। विराट बहुत दुःखी हो गया और अपने क्लास में जाकर चुपचाप बैठ गया। जब स्कूल से छुट्टी हुआ तो विराट अपने घर आता है। और अपनी मां को बोलता है। मां मैं कल से स्कूल नहीं जाऊंगा विराट की मां पूछती है बेटा तुम स्कूल क्यों नहीं जाओगे विराट बोलता है। मां क्लास में सभी बच्चे मेरा मजाक उड़ाते हैं जब मैं तोतला
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moral stories |
कर बोलता हूं। मां बोलती है। बेटा तुम उन बच्चों की बात पर ध्यान मत दो अपना पढ़ाई में ध्यान लगाओ जो तुम्हारा मजाक उड़ाते हैं। वह बच्चे बाद में तुम्हारा दोस्त भी बन जाएंगे। विराट बोलता है ठीक है मां मैं सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दूंगा जब अगले दिन विराट स्कूल जाता है। और जब भी विराट क्लास में कुछ बोलता है। तो सारे बच्चे हंसने लगते हैं और कुछ बच्चे तोतला कर बोलते हैं यह सब देखकर विराट बहुत उदास हो गया और जब स्कूल से छुट्टी हुआ तो विराट चुपचाप अपने घर जाने लगा तभी उस रास्ते में एक साधु विराट से पूछते हैं। बेटा क्या तुम बता सकते हो तुम इतना उदास क्यों हो विराट मन में सोचता है। अगर मैं कुछ बोलूंगा तो यह भी मेरा मजाक उड़ाएंगे विराट बिना कुछ बोले वहां से जाने लगता है। तभी वह साधु बोलते हैं क्या हुआ बेटा तुमने मेरी बातों का जवाब नहीं दिया विराट सोचने लगा मैं क्या बोलूं कि मैं तोतला हूं विराट काफी देर तक चुप रहता है। तभी वह साधु बोलते हैं अगर तुम्हें कोई परेशानी है तो मुझे बताओ शायद मैं तुम्हारा मदद कर सकता हूं।तब विराट बोलता है। मेरा सभी लोग मजाक उड़ाते हैं। क्योंकि मैं तोतलता हूं। वह साधु बोलते हैं बेटा तुम इतनी छोटी सी बात पर क्यों परेशान हो
मैं तुम्हें ठीक कर सकता हूं। विराट बोलता है कैसे वह साधु अपने झोले से एक बोतल निकालते हैं और उस बोतल के अंदर जो पानी था। उस पानी को विराट को देते हैं। और बोलते हैं यह पानी कोई कोई साधारण पानी नहीं है। यह पानी पीने के बाद तुम तोतलाना बंद कर दोगे तुम बिना रुके बोल सकोगे बोतल का पानी विराट पी जाता है। पानी पीने के बाद जब विराट बोलता है। वह बिना तोतलाए बोलता है। विराट बहुत खुश हो जाता है। और विराट उस साधु के पैर छूकर आशीर्वाद लेता है। और बोलता है। आपने मुझे नई जिंदगी दी है। मैं हमेशा याद रखूंगा विराट जब घर पहुंचता है। तो वह बहुत खुश था। विराट की मां पूछती है। क्या बात है बेटा तुम आज बहुत खुश दिख रहे हो तभी विराट बोलता है अब मैं बिना तोतलाये बोल सकता हूं। विराट की मां चकित हो जाती है। और पूछती है बेटा ऐसा कैसे हो गया विराट बोलता है। मां जब मैं स्कूल गया तो सभी बच्चे फिर मेरा मजाक उड़ा रहे थे। मैं उदास होकर घर आ रहा था। तभी मुझे रास्ते में एक साधु बाबा मिले उसने मुझसे पूछा तुम उदास क्यों हो मैंने
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Hindi Kahani |
अपनी परेशानी उस साधु बाबा को बताई और उस साधु बाबा ने मुझे एक बोतल का पानी पीने को बोला मैंने जैसे पानी पिया मेरा तोतलाना दूर हो गया। विराट की मां बहुत खुश हो जाती है जब अगले दिन विराट स्कूल जाता है तो किसी बच्चे को नहीं मालूम था। कि विराट अब नहीं तोतलाता है। जब क्लास में एक टीचर ने विराट से एक प्रश्न पूछा तो फिर विराट उस प्रश्न का जवाब बिना तोतलाए बताया तो सभी बच्चे चकित हो गए सभी सोचने लगे विराट बिना तोतलाएं कैस बोल दिया क्लास टीचर ने विराट से पूछा तुम तो तोतला के बोलता था आज बिना तोतलाए ऐसे बोल दिया विराट बोलता है किसी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए क्योंकि भगवान सब देखते हैं मेरा सभी लोग मजाक उड़ाते थे। जब मैं कुछ बोलता था। भगवान को यह सब पसंद नहीं आया इसलिए भगवान साधु के रूप में मेरे सामने आए और मेरा तोतलाना दूर कर दिए। सभी बच्चे विराट से माफी मांगते हैं।
Moral of Stories : किसी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।
Completely fascinating story. Keep up the good work.
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